सुबह उठते ही कुछ लोगो के लिए आनंद है चाय (Tea) ,किसी के लिए रूटीन है,किसी के लिए थकान उतारने का उपाय है चाय (Tea) सुबह-शाम की चाय के अलावा दिन भर में ऑफिस में काम के बीच न जाने कितने ही कप चाय गले से उतर जाती है। लेकिन कम ही लोग जानते है कि चाय कैसे पीना चाहिए और ये भी कि चाय बनाने का सही तरीका क्या है।
चलिये जानते है कि चाय (Tea) बनाने का सही तरीका क्या है-
पहले पानी फिर चाय पत्ती, दूध और चीनी को एक साथ उबालकर चाय बनाने का तरीका सब जानते है जो सही नहीं है। इससे चाय के सारे फायदे खत्म हो जाते हैं और चाय में कड़वापन आ जाता है।
चाय (Tea) बनाने का सही तरीका –
बर्तन में पानी लें गैस पर या इंडक्शन पर 30 सेकण्ड तक पानी उबालें आधे मिनट से ज्यादा न उबालें। एक सूखे बर्तन में चाय की पत्ती डालें फिर इसमें उबला पानी डाल दें। पांच-सात मिनट के लिए बर्तन को ढक दें। इसके बाद कप में छान लें। स्वाद के मुताबिक दूध और चीनी मिलाएं। आपकी चाय तैयार है।
चाय के साथ ये सब सेवन न करे-
1-स्मोकिंग के साथ गर्म चाय पीने से ऐसोफैगल कैंसर के होने का पांच गुना तक खतरा बढ़ सकता है।गर्म चाय हमारे शरीर में ऐसोफैगस टिशू को प्रभावित करती है और ऐसे में चाय के साथ स्मोकिंग करने पर ऐसोफैगल कैंसर हो सकता है।
2-चाय के साथ अलग से मीठे का सेवन करने से शरीर में शुगर की मात्रा अधिक हो जाती है और फलस्वरूप ये शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम कर देता है। ये मुंहासे या जल्दी झुर्रियां पड़ने की एक वजह भी हो सकती है। इससे मोटापा और शरीर में इंसुलिन की मात्रा भी बढ़ जाती है। जिससे डायबिटीज और दूसरे घातक रोग भी होते हैं।
3-चाय के साथ शहद का सेवन कभी नहीं करना चाहिए क्योकि इससे शरीर का तापमान बहुत तेजी से बढ़ता है और ये तनाव को बढ़ता है, जिससे शरीर में बेचैनी और घबराहट होने लगती है।
4-चाय के साथ नमकीन का भी सेवन करना ठीक नही क्योंकि दूध और नमक का एक साथ प्रयोग आयुर्वेद में विरुद्ध आहार माना गया है जिससे शरीर मे त्वचा सम्बन्धी रोग हो सकते हैं ।बालो का असमय सफेद होना बालो का झड़ना आदि समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
चाय (Tea) कब और कैसे पिये
इसका पूरा फायदा अगर लेना चाहते है तो इसमे दूध और चीनी बिल्कुल न मिलाये इसको ऐसे ही ले जिससे कि इसका पूरा लाभ आपको मिल सके।
चाय (Tea) के प्रकार
देखा जाए तो चाय दो तरह की होती है प्रोसेस्ड या सीटीसी (कट, टीयर ऐंड कर्ल) चाय और ग्रीन टी (नैचरल टी)
ग्रीन टी
ग्रीन टी ज्यादा फायदेमंद होती है क्योंकि ये हरी पत्तियों को बिना प्रोसेस्ड किये बनाई जाती है ।जो सेहत के लिए बहुत अच्छी होती है ।
हर्बल टी
हर्बल टी एक तरह की ग्रीन टी ही होती है जिसमे में कुछ जड़ी-बूटियां मसलन तुलसी, अश्वगंधा, इलायची, दालचीनी आदि मिला देते हैं तो हर्बल टी तैयार होती है।
ऑर्गेनिक टी
ऑर्गेनिक टी- ये चाय ,बिना पेस्टिसाइड और केमिकल फर्टिलाइजर के तैयार की जाती है यह सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद है।
वाइट टी
वाइट टी-यह सबसे कम प्रोसेस्ड टी है। कुछ दिनों की कोमल पत्तियों से इसे तैयार किया जाता है। इसका हल्का मीठा स्वाद काफी अच्छा होता है। इसमें कैफीन सबसे कम और एंटी-ऑक्सिडेंट सबसे ज्यादा होते हैं। इसके एक कप में सिर्फ 15 मिग्रा कैफीन होता है, जबकि ब्लैक टी में 40 मिग्रा कैफीन होता है।
चाय के फायदे–
1- चाय में मौजूद एल-थियेनाइन नामक अमीनो-एसिड होता है जो दिमाग को ज्यादा अलर्ट रखता है।
2-चाय में कैफीन और टैनिन होते हैं, जो स्टीमुलेटर होते हैं। जो शरीर की थकान में दूर करके फुर्ती का अहसास कराता है।
3– चाय में एंटीजन होते हैं, जो इसे एंटी-बैक्टीरियल क्षमता प्रदान करते हैं।
4– इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सिडेंट तत्व शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं और कई बीमारियों से बचाव करते हैं।
5– एंटी-एजिंग गुणों की वजह से चाय बुढ़ापे की रफ्तार को कम करती है और शरीर को उम्र के साथ होनेवाले नुकसान को कम करती है।
6 – चाय में फ्लोराइड होता है, जो हड्डियों को मजबूत करता है और दांतों में कीड़ा लगने से रोकता है।
7-चाय को कैंसर, हाई कॉलेस्ट्रॉल, एलर्जी, लिवर और दिल की बीमारियों में फायदेमंद माना जाता है।
8- चाय कैंसर व ऑर्थराइटस की रोकथाम में भूमिका निभाती है और बैड कॉलेस्ट्रॉल (एलडीएल) को कंट्रोल करती है। साथ ही, हार्ट और लिवर संबंधी समस्याओं समस्याओं को भी कम करती है।
चाय पीने के नुकसान
1- चाय आयरन एब्जॉर्ब करने की शरीर की क्षमता को कम कर देती है।
2- ज्यादा चाय पीने से एसिडिटी हो सकती है।
3- कैफीन होने के कारण चाय पीने की लत लग सकती है।
4- ज्यादा पीने से खुश्की आ सकती है।
5- पाचन में दिक्कत हो सकती है।इसलिये खाना खाने के बाद चाय न पीयें।
6- रात में चाय पीने से नींद न आने की समस्या हो सकती है।
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