Swati Maliwal Assault Case:Swati Maliwal Assaulted by Aap party P.A Vibahv kumar?

स्‍वाति मालीवाल ने 13 तारीख का पूरा घटनाक्रम , पुलिस को बताया l

दोपहर करीब 01:40 बजे दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम आज स्‍वाति मालीवाल के घर गई स्पेशल सेल की टीम ने स्वाति मालीवाल की सुरक्षा पर उनसे बात कीl

विभव मारता रहा और गालियां देता रहा

आप सांसद स्वाति मालीवाल ने पुलिस के सामने दर्ज किए गए बयान में कहा कि मैं ड्राइंग रूम में दाखिल हुई और वहां इंतजार कर रही थी। विभव आया और मुझे गाली देना शुरू कर दिया। बिना किसी उकसावे के उसने मुझे बार-बार थप्पड़ मारे। मैं चिल्लाती रही, उससे रुकने और मुझे जाने देने की विनती करती रही, लेकिन वह मेरे साथ मारपीट करता रहा। उसने मेरी छाती, चेहरे, पेट और मेरे शरीर के निचले हिस्से पर वार किया। एफआईआर आईपीसी की धारा 323 (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 354 (महिला की शील भंग करने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल प्रयोग), 506 (आपराधिक धमकी), और 509 (महिला की शील का अपमान करना) के तहत दर्ज की गई है।

स्वाति मालीवाल ने एफआईआर दर्ज करा दी है l उन्‍हें मेडिकल जांच के लिए एम्स ले गई एम्स में पुलिस ने स्वाति मालीवाल का मेडिकल कराया l

किसी भी महिला के साथ अत्याचार होना बहुत ही गलत है. ये जानना बहुत ज़रूरी है कि ऐसी स्थिति में क्या किया जाए. सबसे महत्वपूर्ण है कि पीड़िता की सुरक्षा का ध्यान रखा जाए.

यहाँ कुछ कदम हैं जो उठाए जा सकते हैं:

  • पुलिस को सूचित करें: सबसे पहले, अगर सुरक्षित है, तो तुरंत 100 नंबर पर पुलिस को फोन करें या निकटतम पुलिस थाने जाएं. आप किसी विश्वसनीय व्यक्ति से भी पुलिस को सूचित करने के लिए कह सकती हैं.
  • सबूत इकट्ठा करें: अगर कोई चोट है या कपड़ों पर कोई निशान है तो उन्हें छेड़े नहीं. ये सबूत पुलिस जांच में मददगार हो सकते हैं.
  • चिकित्सीय सहायता लें: अगर आपको चोट लगी है या आप किसी भी तरह के शारीरिक या मानसिक परेशानी का अनुभव कर रही हैं तो किसी अस्पताल या चिकित्सक से ज़रूर संपर्क करें.
  • विश्वसनीय व्यक्ति से बात करें: किसी ऐसे भरोसेमंद रिश्तेदार, दोस्त या सामाजिक कार्यकर्ता से बात करें जिसे आप परेशानी बताने में सहज महसूस करती हों. उनकी मदद से आप शिकायत दर्ज करने और आगे की कार्यवाही के लिए मजबूत हो पाएंगी.
  • स्वाति मालीवाल से मारपीट मामले में एक्शन तेज
  • राज्यसभा सांसद मालीवाल ने दर्ज कराई FIR
  • सीएम केजरीवाल के पीए विभव पर मारपीट का आरोप
  • राष्ट्रीय महिला आयोग में भी सुनवाई, पुलिस ने भी तेज की जांच

ये कुछ महत्वपूर्ण कदम हैं, लेकिन हर स्थिति अलग हो सकती है.

आप इन संस्थाओं से भी मदद ले सकती हैं:

  • राष्ट्रीय महिला हेल्पलाइन – महिला हेल्पलाइन नंबर – 181
  • आप अपने राज्य के महिला आयोग से भी संपर्क कर सकती हैं.

याद रखें, आप अकेली नहीं हैं. ऐसी कई संस्थाएं हैं जो आपकी मदद के लिए मौजूद हैं. अपने ऊपर हुए अत्याचार को सहन ना करें और मदद के लिए ज़रूर आवाज़ उठाएं.

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